10.01.2024

साधक 1 ग्रुप की आवश्यक बातें और प्रेरक प्रसंग || Essential facts and motivational stories of Sadhak Group

 साधक ग्रुप की आवश्यक बातें और प्रेरक प्रसंग

सद्गुरु महर्षि मेँहीँ
सद्गुरु महर्षि मेँहीँ


जय गुरु महाराज🙏🙏

क्या आपलोग ध्यानाभ्यास के काम आजकल करके ही टालते रहें गे? 

खाने खिलाने में ही पूरा समय बिता देंगे क्या❓ ध्यानाभ्यास का काम कितना बाकी है❓ आपको पता है❓ कितने साधक तो एक घंटा भी बैठ नहीं पा रहे हैं? कितने साधक जप भी पूरा अच्छी तरह से नहीं कर पाते हैं ? कितने साधक हैं मानस ध्यान नहीं किए हैं, दृष्टि योग की तो बात ही छोड़िए दो-तीन घंटा लगातार बैठना भी बहुत मुश्किल है? फिर नादानुसंधान भी करना है? सोचिए आप क्या कर रहे हैं? इस ध्यानाभ्यास का काम कब पूरा करेंगे?


ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में ध्यानाभ्यासरत साधक
ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में ध्यानाभ्यासरत साधक

ध्यानाभ्यास का काम पूरा करने के लिए आज ही साधक ग्रुप ज्वाइन करें और मोक्ष पर्यंत ध्यानाभ्यास करें-

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स्वागतम


 साधक ग्रुप में आपका स्वागत है। आइये आपको साधक ग्रुप के कुछ महत्वपूर्ण बातों से परिचित कराते हैं। 

1. इस ग्रुप में संतमत सत्संग की दीक्षा पद्धति से दीक्षित होना जरूरी है। अगर आप दीक्षित है तो बताये कि किनसे दीक्षित हुए हैं? आपका दीक्षा लेने का क्रमांक क्या है❓ (इसकी जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं पर नये साधक को अपने दीक्षक के रजिस्टर से इसकी जानकारी लेनी चाहिए।) 

2. आप अपना पूरा परिचय बतायें। जैसा दीक्षा लेने के समय रजिस्टर में दर्ज कराये है। 

3. आप अपने काम धंधा को देखकर निश्चित करें कि आपके लिए दिन के पांचों समय के ध्यानाभ्यास में कौन-कौन समय आपके अनुकूल है। इसकी जानकारी दें और संकल्प करें कि इस समय रोजाना ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में ज्वाइन कर के  ध्यानाभ्यास करेंगे। महीना में एक-आध दिन छूट जाए तो कोई बात नहीं है लेकिन एक दिन भी नहीं छूटे ऐसा प्रयास करना है। चाहे 10 मिनट  या आधा घंटा या परे 1 घंटा बैठे पर जब आप ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में प्रवेश कर लेते हैं तो ध्यानाभ्यास के पूरे समय यानि 1 घंटा तक ओनलाइन जुड़े रहें गे। मोवाईल या अन्य जुड़े हुए डिवाइस को बंद नहीं करेंगे। और विडियो म्यूट नहीं करेंगे। 

4. साधक ग्रुप में  हम सब मिलकर इस अंधकार रुपी बैतरनी नदी को पार करने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर रोजाना ध्यान अभ्यास करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त के 3:00 बजे से पहले जगें और *जय गुरु महाराज 🙏🙏🙏* साधक ग्रुप में लिखकर हाजिरी लगायें। अगर आप ऐसा लगातार करते हैं, तो इस दौरान आपको क्या-क्या परेशानी होती है ? आप रोजाना समय पर जग पाते हैं या नहीं। जग नहीं पाते हैं, तो क्यों नहीं जग पाते हैं ? इसके लिए आपको क्या करना चाहिए? इन बातों को अच्छी तरह से विचार करें और उसका पालन करते हुए रोजाना समय पर हाजिरी लगायें साथ ही एक घंटा ब्रह्म मुहुर्त में  तीन से चार बजे तक कम-से-कम जरूर ध्यान अभ्यास एक साथ मिलकर बैठे।  ऑनलाइन ध्यान कक्ष में अपने मोबाइल के जरिए  एक साथ मिलकर बैठ सकते हैं और 5 से 6 बजे वाला भी ध्यान कर ले। फिर आप दिन भर के लिए निश्चित हो जाएंगे ।  इस तरह से 6 महीना करने के बाद अगर आप रोजाना ब्रह्म मुहूर्त के 3:00 बजे के पहले जाग जाते हैं तो आप बहुत ही अच्छे साधक हो जाएंगे और आपके सहारे बहुत सारे लोग इस बैतरनी नदी को पार कर सकेंगे जो कि हमारे आंख बंद करने पर अंधकार के समान अंधकार है । यही बैतरणी नदी को पार करना है ।   


5.  अगर आपको किसी प्रकार का कोई प्रश्न उत्तर करना है या कोई मैसेज देना है तो इसी प्रकार प्राइवेट रूप में भेजें। प्राइवेट मैसेज 7547006282 नंबर के वाट्सऐप पर भेजें फोन ना करें। इससे ध्यानाभ्यास में डिस्टर्ब होता है❓  साधक ग्रुप में 6 महीना के बाद ही मैसेज भेजेंगे ।  वह भी आपको जो अनुभव होगा उससे संबंधित मैसेज भेजें जिससे कि अन्य साधकों को लाभ हो। 

 

6. प्रभु प्रेमियों! ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में निश्चित समय से पांच मिनट पहले ही प्रवेश कर लें या निश्चित समय तक निम्नलिखित ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष के लिंक पर दवाकर अवश्य जुड़ जाएं। कभी-कभार आप निश्चित समय से पांच मिनट बाद तक जुड़ सकते हैं। उसके बाद ध्यानाभ्यास कक्ष 1 घंटे के लिए बंद हो जाएगा या फिर आप ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में प्रवेश नहीं कर सकते हैं। ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में जुड़ने के लिए पांचों समय के ध्यानाभ्यास के समय से 10 या 5 या निश्चित समय तक नीचे दिए गए  लिंक पर दवाकर ध्यान कक्ष में अवश्य प्रवेश करके  आपको अपना मोवाईल या अन्य कोई डिवाइस जिससे आप जुड़ें है, उसे ऐसे स्थान पर रखें कि आपका फेश या आप ध्यानाभ्यास करते हुए आपके मोवाईल या डिवाइस में आप स्पष्ट रूप से दिखाई दें। बस अब आप अपने दीक्षित से जिस तरह से ध्यानाभ्यास करने के लिए सीखें है। *उसका अभ्यास शुरू कर दें। यह अभ्यास पूरे एक घंटा तक करना है। बस आप एक समय में ओनलाइन ध्यानाभ्यास कर लिए।* अब पुनः दूसरे समय के ध्यानाभ्यास के समय पर भी ऐसा ही करें।


 7. गर आपके पास पांचो समय ध्यान अभ्यास करने के लिए समय है। तो पांचों समय ध्यानाभ्यास करें, नहीं तो दो समय  अभ्यास करना अनिवार्य है। रोजाना कम-से-कम तीन समय ध्यानाभ्यास अवश्य करें। 


 8.  नलाइन ध्यान कक्ष में ध्यानाभ्यास के लिए निम्नलिखित समय पर ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष खुलेगा।  इसमें निश्चित समय से पांच मिनट पहले ही प्रवेश कर लें कभी कभार आप निश्चित समय से पांच मिनट बाद तक जुड़ सकते हैं। उसके बाद ध्यानाभ्यास कक्ष 1 घंटे के लिए बंद हो जाएगा या फिर आप ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में प्रवेश नहीं कर सकते हैं।


 *रोजाना ओनलाइन ध्यान का समय* 


ब्रह्ममुहूर्त का ध्यानाभ्यास

03:00  से 04:00 बजे तक

 *ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में जुड़ने का समय 2:50 से 3:00 बजे तक* 


प्रातःकालीन का ध्यानाभ्यास

05:00 से 06:00 बजे तक

*ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में जुड़ने का समय 04:50 से 5:00 बजे तक* 


दिन का ध्यानाभ्यास

11:00 से 12 बजे तक

*ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में जुड़ने का समय 10:50 से 11:00 बजे तक* 


अपराह्न का ध्यानाभ्यास

2:00 से 3:00 बजे तक

*ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में जुड़ने का समय 1:50 से 2:00 बजे तक* 


सायंकाल का ध्यानाभ्यास ( गर्मी में होली के बाद) 

6:30 से 7:30 बजे तक

*ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में जुड़ने का समय 06:20 से 06:30 बजे तक* 


सायंकाल का ध्यानाभ्यास ( शर्दी में दुर्गा पूजा के प्रथम पूजा से) 

6:00 से 7:00 बजे तक

*ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में जुड़ने का समय 05:50 से 06:00 बजे तक* 


पांचों समय के ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में प्रवेश करने के लिए  साधक ग्रुप में समयानुसार लिंक शेयर किया जाएगा। 


9. तो आइये हम आपका एक बार पुनः स्वागत करते हैं ।  और अब आपके और अपने मंगल कामना करते हुए आपसे विदा मांगते है।  साथ ही आशा करते हैं कि आप ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिससे आपको और अन्य  साधकों को ध्यान भजन करने में कोई डिस्टर्ब हो। 

*साधक ग्रुप में ज्वाइन करने का मतलब है कि आप इसके नियम और शर्तों को स्वीकार करते हैं। आपका उत्तर मिले तो आपको ज्वाइन किया जाएगा। *

जय गुरु महाराज🙏🙏🙏




साधक

जय गुरु महाराज !  आपसे विनम्रता पूर्वक निवेदन है कि साधक ग्रुप में  केवल हाजिरी लगाने के लिए "जय गुरु महाराज 🙏🙏🙏" लिखे । यह भी ध्यान अभ्यास के समय अथवा खास करके ब्रह्म मुहूर्त में  इसके अलावा अन्य किसी भी प्रकार का मैसेज ना भेजें‌। जब आप इस प्रकार से हाजरी लगाते हुए आपके छह महीने हो जाऐंगे तब आप  इस 6 महीने में किस प्रकार आपने रोजाना समय पर हाजिरी लगाने में सफल हो पाए हैं। रोजाना हजारी लगाने में आपको क्या-क्या परेशानी हुई है और  आपने उसका  किस तरह से समाधान किया है?  इससे संबंधित बातों का मैसेज इसमें शेयर कर सकते हैं। इससे पहले किसी भी प्रकार का मैसेज नहीं भेजें। इस चेतावनी के बाद भी अगर आप दो-तीन बार मैसेज भेजेंगे तो आपको ग्रुप से निकाल दिया जाएगा।
  इस ग्रुप में काम करने का महत्व है अर्थात ध्यान करने का महत्व है ज्ञान छांटने का नहीं।

अत्यंत दु: ख  के साथ कहना पड़ता है कि साधक ग्रुप में जो सदस्य है वे केवल संतमत सत्संग में दीक्षित व्यक्ति ही हो और उनका लक्ष्य केवल और केवल ध्यान करना हो। तो ठीक है। नहीं तो अपना जीवन जिनको बर्बाद करना है तो वे दूसरे *साधकों के जीवन के अत्यंत महत्वपूर्ण समय को बर्बाद ना करे* । इसलिए साधक ग्रुप में किसी भी प्रकार का मैसेज *6 महीने* तक नहीं भेजें। 6 महीने के बाद अगर आप रोजाना हाजिरी ब्रह्म मुहूर्त में लगा लेते हैं और एक घंटा ध्यान कर लेते हैं तब आपको जो ध्यानाभ्यास में अनुभूति होती है और वैसा करने में जो परेशानी हुई उसका समाधान आपने कैसे किया वैसे मैसेज को साधक ग्रुप में शेयर कर सकते हैं।

आपने एक दिन भी हाजरी नहीं लगाया और मैसेज भेज दिया। क्या आप लोगों के ध्यान अभ्यास में विघ्न डालने के लिए ही साधक ग्रुप में भर्ती हुए हैं।

जय गुरु महाराज🙏🙏🙏
अगर आप साधक ग्रुप में शामिल हो रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप रोजाना ध्यानाभ्यास में भाग लेना चाहते हैं अर्थात ध्यान कक्ष में सम्मिलित होकर ऑनलाइन ध्यान अभ्यास करना चाहते हैं। आपका नाम रजिस्टर में लिखा जाएगा और रोजाना हाजिरी लगाया जाएगा। पांचो समय के ध्यान में अगर आप भाग लेंगे तो बहुत उत्तम बात है, नहीं तो दो या तीन समय तो जरूर लेना पड़ेगा और आप किन से दीक्षित हैं कहां से हैं इत्यादि बातों की जानकारी हमें प्रदान करें फिर मैं आपका नाम रजिस्टर में दर्ज करके आपको सादर ग्रुप में ऐड कर लूंगा।

  • 2024 ई. 
ओनलाइन ध्यान कक्ष में ध्यानाभ्यास के लिए निम्नलिखित समय पर ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष खुलेगा। इसमें निश्चित समय से पांच मिनट पहले ही प्रवेश कर लें कभी कभार आप निश्चित समय से पांच मिनट बाद तक जुड़ सकते हैं। उसके बाद ध्यानाभ्यास कक्ष 1 घंटे के लिए बंद हो जाएगा या फिर आप ओनलाइन ध्यानाभ्यास कक्ष में प्रवेश नहीं कर सकते हैं। जय गुरु महाराज🙏🙏🙏🙏🙏

*रोजाना ओनलाइन ध्यान का समय*

ब्रह्ममुहूर्त का ध्यानाभ्यास
03:00  से 04:00 बजे तक
प्रातःकालीन का ध्यानाभ्यास
5:00 से 6:00 बजे तक
दिन का ध्यानाभ्यास
11:00 से 12 बजे तक
अपराह्न का ध्यानाभ्यास
2:00 से 3:00 बजे तक
सायंकाल का ध्यानाभ्यास
6:30 से 7:30 बजे तक

https://meet.google.com/gia-wppi-yeh

जय गुरु महाराज🙏
*क्या आप ऐसा करते हैं*
अच्छा कोई बात नहीं है आप अकेले ही जप करें। कम-से-कम रोज 15,000/ जप  जरूर करें इससे कम करने पर पश्चाताप करें कि आज हमारा समय, आज के दिन का हमने सदुपयोग नहीं कर पाया ।  जैसे किसी का कोई बहुत महत्वपूर्ण चीज खो जाता है, तो उसको कितना दुख होता है, कितना वह रोता है, पछताता हैं, उदास हो जाता है ।  इसी तरह से अगर आप 15000 से कम जाप करते हैं ,  तो समझे कि आपका बहुत भारी क्षति हुआ है आज ।  इसके लिए पश्चाताप करें, रोये, भगवान से प्रार्थना करें, गुरु महाराज से प्रार्थना करें कि हे गुरु महाराज आप हमको ऐसा बुद्धि दे, विचार दें, जिससे कि हमारा मन जप में  ध्यान में लगे ।  संसार का सब चीज नश्वर है, एक दिन छूट ही जाएगा, लेकिन हम जो जप ध्यान करेंगे, वह हमारे साथ रहेगा, हमेशा हमारा सहायक बनकर हमारे साथ रहेगा। "जब जाप जपन लागू , तब ध्यान में मैं पागू, ऐसी लगन लगा दो। " पदावली।

*अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो हम लोगों के साथ कम से कम रोजाना तीन समय ध्यान अभ्यास कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़ कर ध्यान करें।*
समझने की बात है कि यहां कोई कंपटीशन नहीं चल रहा है कि बहुत सारा मैसेज भेज कर करके सभी साधक का समय मैसेज पढ़ने और उसका जबाब देने में ही लगा दिया जाये। बल्कि इस ग्रुप में जितना जप ध्यान करेंगे उतना आपकी बहादुरी समझी जाएगी ।  यानि  काम करने का ज्यादा कहना कम।

*आपके मैसेज भेजने के कारण हमको इतना बात लिखना पड़ा अगर आप इतना जप ध्यान करते और हमको भी करवाते  साथ में बैठाकर करके तो हमको कितना खुशी होता।*

अगर आप इन वचनों का संत वचनों का थोड़ा भी सम्मान करते हैं तो उसके अनुसार से आचरण करें केवल ज्ञान छाटना उत्तम नहीं माना गया है। सर्वोत्तम है उसके अनुसार आचरण करना आप खुद भी जाप करें और हमें भी करने दें शांति से।

जय गुरु महाराज !  सभी नये एवं पुराने साधकों से पुनः निवेदन है कि
अगर आप संतमत को वास्तव में एक भव्य लक्ष्य तक पहुंचने में सहायक बनना चाहते हैं अर्थात स्वयं भी आगे बढ़े और दूसरे को भी आगे बढ़ने दें। अगर आप का विचार ऐसा है तो कृपया इस नियम का अवश्य पालन करें की *लगातार 6 महीने तक पहले हाजिरी लगावे* फिर किसी प्रकार का मैसेज भेजें ।  आगे से इस साधक ग्रुप में किसी भी प्रकार का मैसेज नहीं भेजेंगे ।  पहले आप 6 महीना तक " *जय गुरु महाराज 🙏🙏🙏"*  लिखकर ब्रह्म मुहूर्त में हाजिरी लगाये, लगातार 6 महीने तक एक दिन भी बीच में गैर हाजिर नहीं होना चाहिए।  जब आप इसमें पास हो जाएंगे ।  तब आप किसी प्रकार का मैसेज भेजने के अधिकारी हो सकते हैं।


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कृपया वही लोग टिप्पणी करें जिन्हे कुछ जानने की इच्छा हो । क्योंकि यहां मोक्ष पर्यंत ध्यानाभ्यास का कार्यक्रम चलता है। उससे जो अनुभव होता है, उन्हीं चीजों को आप लोगों को शेयर किया जाता है ।फालतू सवाल के जवाब में समय बर्बाद होगा। इसका ध्यान रखें।