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ध्यानG1 ध्यानयोग की महिमा || The glory of meditation

ध्यानG1 या ध्यान संबंधित सूक्तियाँ

     प्रभु प्रेमियों  !  सूक्तियाँ, चौक-चौराहा पर लिखे हुए उस बोर्ड के समान है, जो दिशा सूचक का काम करता है। यात्री अपने गंतव्य पर जाते समय रास्ते में जब संकित हो जाता है कि हमें किधर चलना चाहिए ? आगे कैसी स्थिति है? रास्ता क्लियर है या नहीं? किस दिशा में जाने पर हम जल्दी अपने गंतव्य पर पहुँच पायेंगे इत्यादि बातों सेसे;  तब ये दिशा-सूचक बोर्ड बहुत सहायक होता है। 
    हमारे जीवन रूपी पथ पर चलते समय संत-महात्माओं की सूक्तियाँ इन्हीं दिशा-सूचक, सावधानी सतर्कता के बोर्ड के समान है। आइये यहाँ कुछ महापुरुषों के कुछ सूक्तियों का पाठ करें--

मेरी सुरत सुहासिनी जाग री,ू  रत का जगना क्या है? सद्गुरु महर्षि मेँहीँ, सत्संग-सुधा ३१५, दिल्ली, 3-3-1970 ई.
मेरी सुरत सुहासिनी जाग री


ध्यान की महिमा,सद्गुरु महर्षि मेँहीँ, सत्संग-सुधा ३१५, दिल्ली, 3-3-1970 ई.
ध्यान की महिमा

विंदु और नादध्यान, सद्गुरु महर्षि मेँहीँ, सत्संग-सुधा ३१५, दिल्ली, 3-3-1970 ई.
विंदु और नादध्यान


भक्तों का धन, सद्गुरु महर्षि मेँहीँ, सत्संग-सुधा ३१५, दिल्ली, 3-3-1970 ई.
भक्तों का धन

ध्यान में बाधक है स्त्री का आकर्षण
ध्यान में बाधक है स्त्री का आकर्षण





ध्यान की शक्ति
ध्यान की शक्ति

ध्यान में प्रवेश की शर्तें
ध्यान में प्रवेश की शर्तें


ध्यानयोग का रास्ता , मोक्ष मार्ग,
ध्यानयोग का रास्ता


दृष्टियोग किसे कहते हैं?
दृष्टियोग किसे कहते हैं? 





संतमत साहित्य📚 सूची 


नीति-वचन
नीति-वचन
     प्रभु प्रेमियों !  उपर्युक्त सूक्तियों के जैसा ही हजारों सूक्तियों का संग्रह "नीति सार, सुभाषित संग्रह, मानस की सूक्तियां आदि छोटी-छोटी पुस्तकों में किया गया है। इन सभी पुस्तकों का मूल्य कम है। आप इन सूक्तियों की पुस्तकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन में "सत्संग ध्यान स्टोर" से मंगा सकते हैं।  सूक्तियों के सभी प्रकाशित पुस्तकों को एक साथ देखने के लिए  👉 यहाँ दवाएँ। 

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ध्यानG1 ध्यानयोग की महिमा || The glory of meditation ध्यानG1   ध्यानयोग की महिमा ||  The glory of meditation Reviewed by सत्संग ध्यान on 6/03/2024 Rating: 5

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